प्लास्टिक के इस्तेमाल से पूरी तरह से छुटकारा पाने और पर्यावरण को बचाने के उद्देश्य से मुक्ति फ़ाउंडेशन की सर्वेसर्वा स्मिता ठाकरे ने अंधेरी स्थित मुक्ति फ़ाउंडेशन में 'रीबोट' का उद्घाटन किया, जो कि एक ऑटोमेटेड रीसाइक्लिंग मशीन है. इस ख़ास मौके पर नगरसेवक देवेंद्र बाला आंबेरकर भी मौजूद थे. इस कार्यक्रम की टैगलाइन 'पर्यावरण बचाओ - प्लास्टिक से मुक्ति पाओ' थी. इस मौके पर स्मिता ठाकरे ने कहा, "पर्यावरण की रक्षा मौजूदा समय की मांग है और यह उसी दिशा में उठाया गया एक छोटा-सा कदम है. अभी तो बहुत कुछ किया जाना बाक़ी है."
मौजूदा समय में, हर साल तकरीबन 72 मिलियन टन ख़तरनाक किस्म का कचरा पैदा होता है. ऐसे में मौजूदा दौर में हर साल एक वर्ग किलोमीटर अतिरिक्त लैंडफ़िल जगह की आवश्यकता पड़ती है ताक़ि इस कचरे को समाहित किया जा सके. इस कचरे के तीस मिलियन टन हिस्से को नष्ट होने में सदियों लग जाते हैं. हम इस कचरे को क़ाबू करने में विफल साबित हो रहे हैं और ऐसे में अब प्लास्टिक हमारे खान-पान का हिस्सा बनता जा रहा है.
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